भविष्य में GIS और स्वास्थ्य उद्योग के बीच गहरा संबंध होगा। इसके माध्यम से, लोगों को अधिक सही और उचित स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच मिलेगी, जैसे कि स्थानीय जनसंख्या की आवश्यकताओं को और अच्छी तरह से समझा जा सकेगा। जैसे आप लोगो को पता होगा की COVID के समय में मॉनिटर किया गया था की कोन किस के घर कितने दुरी पर हे ये सभी उस समय लोगो को लगा मुश्किल पर उस समय gis के सहायता से करोड लोगो ने ॲप के हेल्प लोगो की जान बाचाई से patient को ट्रॅक करणे के लिये यह रोग प्रबंधन, जैसे कि विषाणुजनित रोगों की प्रतिरोधक क्षमता के बारे में जानकारी प्रदान करके रोगों के प्रकोप को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, यह सहायक हो सकता है बीमारियों के प्रसार के पैटर्न को अधिक सटीक रूप से ट्रैक करने में और संबंधित सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों को निर्धारित करने में।
आने वाले समय में ये GIS के उपयोग से health sector में कांति आयेगी ओर सुधार होते जायेगा l
हेल्थ सेक्टर में GIS का उपयोग कई तरह से देखा जा रहा है। यह रोग प्रबंधन, जैसे कि रोगी के स्थान के आधार पर रोग के प्रसार की जानकारी प्रदान कर सकता है। इसके आने वाले वक्त में patient वो सब सुविधा भी दी जा सके track करणे के साथ ही, स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच को अधिक सुगम और सुरक्षित बनाने में मदद करे है। इसके अलावा, यह जनसंख्या समृद्धि और स्वास्थ्य सेवाओं के वितरण में समानता सुनिश्चित करने में भी सहायक हो सकता है।
हेल्थ सेक्टर में जनसंख्या को कंट्रोल करने के लिए, GIS का उपयोग विभिन्न तरीकों में किया जा रहा है। यह जनसंख्या के समृद्धि और वितरण को मापने और विश्लेषण करने में मदद कर रहा है, ताकि संबंधित स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर ढंग से प्रदान किया जा सके। इसके अलावा, GIS विशेष जनसंख्या के समृद्धि क्षेत्रों को निर्धारित करने और संबंधित हे
GIS (Geographic information system) होता है तो क्या फ़र्क पड़ता है एक समान्य इंसान की जिन्दिगी में?